SBI Ecowrap Report 2022:- SBI report के अनुसार सरकार मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को 4 लाख तक के बीमा की सौगात दे सकती हैं। सरकार प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में मनरेगा श्रमिको के अनिवार्य नामांकन व बीमा पॉलिसी पर 18 % GST को युक्ति संगत बना बीमा को बढ़ावा दे सकती हैं.
एस बी आई इकोरैप रिपोर्ट की ओर से सिफारिश दी गई हैं की मनरेगा के तहत काम करने वाले सभी मजदूरों के लिये अनिवार्य रूप से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना व प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के दायरे में लाना चाहिए।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जो 9 मई 2015 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्धारा कोलकाता से शुरु की गई थी इसका वार्षिक प्रीमियम 330 रूपये और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना इसकी शुरुआत भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्धारा 9 मई 2015 को कोलकाता से की गई थी जिसका वार्षिक प्रीमियम 12 रूपए हैं इस तरह कुल 342 रुपये वार्षिक खर्च से मनरेगा मजदूरों को बीमा का फायदा मिल सकता हैं
एस बी आई इकोरैप रिपोर्ट (SBI Ecowrap Report 2022) में क्या कहा गया
एस बी आई इकोरैप रिपोर्ट में यह भी कहा गया की मनरेगा के तहत मजदूरो को जो बीमा पॉलिसी दी जाएगी उसका प्रीमियम भी सरकार की ओर से भरा जाना चाहिए।
आपको बता दे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत बीमाधारक लोगों को 2 लाख तक का जीवन बीमा को कवर किया जाता हैं। वही, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत बीमाधारको लोगों को यदि किसी दुर्घटना के दौरान मृत्यु या फिर पूरी तरह विकलांग की स्थिति पर दो लाख रुपये की बीमा राशि दी जाती हैं। और वही बीमाधारक की आंशिक विकलांग की स्थिति पर 1 लाख तक का जीवन बीमा को कवर किया जाता हैं
मनरेगा कार्यक्रम के तहत गांव के मजदूर लोगों को गांव में ही अकुशल रोजगार दिया जाता है। यदि काम के लिये 5 किलोमीटर से ज्यादा दूर जाना होता हैं तो उसके लिये अलग से कुछ राशि दी जाती हैं साथ ही कार्य के दौरान कोई हादसा होने जैसे मजदूर की मृत्यु या अपंग होने पर सरकार इसके लिये मात्र 25 हजार रूपए और उसका उपचार करती थी
यदि एस बी आई इकोरैप की रिपोर्ट को सरकार द्धारा लागु कर दी जाती हैं तो कोई हादसा होने पर मजदूर को उसके बीमा की राशि 4 लाख तक मिल सकती हैं। जो काफ़ी हद तक सही साबित होगी क्योंकि अभी जो कीमत सरकार के द्धारा दी जाती हैं वहां कीमत हादसा की स्थिति पर किसी भी मजदूर के लिये उचित नहीं हो सकती हैं।
आपको बता दे की बीमा की पहुंच आम लोगों तक वित्त वर्ष 2000-01 में 2.71% थी। जो वित्त वर्ष 2008-09 में यह बढ़कर 5.20% हो गयी थी । लेकिन वित्त वर्ष 2013-14 में यह घटकर 3.30% पर आ गयी है। पर सरकार द्धारा 9 मई 2015 शुरु की गई प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना नें लोगों को फिर बीमा से जोड़ने का काम और वित्त वर्ष 2014-15 से 2020-21 तक यह बढ़कर 4.20% तक पहुंच गई।
यह भी पढिए :-
- WhatsApp users को 2022 में मिलेंगे ये 10 नये फीचर जानें क्या होगा ख़ास ?
- The Kerala Story : केरल से गायब हुई 32 हजार लड़कियों की कहानी जो आज तक नहीं लौटीं
- NHM MP CHO Recruitment 2022 :-MP CHO के पदों के लिए निकली बंपर भर्ती जानें कैसे करे आवेदन ?
- Top 5 Best car under 5 lakh in 2022 | भारत में 5 लाख तक की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार
- Now Indians will also be able to buy shares of Google Apple and Facebook on NSE (अब भारतीय भी NSE पर खरीद सकेंगे Google apple और Facebook के शेयर )