Dussehra 2024 Date: दशहरा 2025 कब है? रावण दहन का शुभ-मुहूर्त एवं महत्व
Dussehra 2024 Date: अश्विन माह शुक्ल पक्ष की दशमी को रावण दहन कर विजयादशमी या दशहरा मानते है। आइए जानते है साल 2025 में विजयादशमी या दशहरा कब है? रावण दहन का शुभ मुहूर्त एवं महत्व के बारें में...
Dussehra 2024 Date: विजयादशमी या दशहरा के पर्व को हिन्दू धर्म में बुराई में अच्छाई की जीत के तौर में प्रतिवर्ष अश्विन माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने लंकापति रावण का वध कर किया था। जब से ही अश्विन माह शुक्ल पक्ष की दशमी को रावण दहन कर विजयादशमी या दशहरा के रूप में मानते है। आइए जानते है साल 2025 में विजयादशमी या दशहरा कब है? रावण दहन का शुभ मुहूर्त एवं महत्व के बारें में...
आप के लिए चुनी गई खबरें
यह कुछ और खबर भी हमने आपके लिए चुनी है आप इन्हे भी पढ़ें
- राम मंदिर में स्थापित हुई सोने की अनोखी रामायण भक्त कर...
- Pitru Paksha 2024 Date : पितृ पक्ष कब से होगा शुरू, जान...
- Raksha Bandhan 2024 Date : रक्षाबंधन कब है? रक्षा सूत्र...
- कुंभराज में महायज्ञ की पूर्णाहुति, युग निर्माण का लिया गया संकल्प
- युवक के चेहरे पर लौटी मुस्कान, पुलिस ने वापस दिलवाई खोई हुई सोने की चैन
- सुझाव: निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए सहायता करें क्लिक
2025 दशहरा कब है? (When is dussehra 2025)
विजयादशमी या दशहरा 2 अक्टूबर 2025, गुरुवार को मनाया जाएगा। त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने रावण का संहार किया था।
साल 2024 रावण दहन का महूर्त (Ravan Dahan Muhurat 2025)
हिन्दू पौराणिक कथाओ के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के प्रदोष काल में लंकापति रावण का संहार किया था इसलिए रावण दहन प्रदोष काल में करना ही शुभ माना जाता है।
साल 2025 में अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 01 अक्टूबर 2025 को शाम 7 बजकर 01 मिनट से शुरू होगी जो कि 2 अक्तूबर 2025 को 07 बजकर 10 शाम तक रहेगी। इसी बीच दोष काल के दौरान रावण दहन किया जाएगा।
दशहरा का महत्व (Importance of Dussehra)
दशहरा बुराई में अच्छाई की जीत के तौर में मनाया जाने वाला त्योहार है। इसी दिन त्रेतायुग में भगवान श्री राम ने लंकापति रावण की विशाल सेना के सामने उसका वध कर यह साबित कर दिया था कि बुराई कितनी भी हो उसे हारने के लिए एक अच्छाई की काफ़ी होती है जब से ही प्रतिवर्ष बुराई में अच्छाई की जीत के संदेश के रूप दशहरा को मनाया जाता है।
Disclaimer: समय सत्ता न्यूज में दी जानकारी मान्यता के आधार पर है, जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित जानकार से सलाह अवश्य लें।
Samay Satta Subscriber
This user has systemically earned a pro badge on samaysatta.com, indicating their consistent dedication to publishing content regularly. The pro badge signifies their commitment and expertise in creating valuable content for the samaysatta.com community.
अस्वीकरण!
खाते की भूमिका
यह लेख एडमिन द्वारा पोस्ट किया गया है, इस ब्लॉग में सामग्री पूरी तरह से विश्वसनीय है। प्रोफ़ाइल