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Jabalpur News Today : लीगल मर्डर का केंद्र जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल, बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग स्टाफ से कराई जा रही ड्यूटी 

Jabalpur News Today : जबलपुर के कई प्राइवेट हॉस्पिटल इन दिनों लीगल मर्डर का केंद्र बने हुए है जिस पर जबलपुर प्रशासन का इन पर कोई ध्यान नहीं है। आम जनता को इलाज के नाम पर लूटा जा रहा है वही मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी अपनी जेब भरने में मस्त है।

Samay Satta Samay Satta
जबलपुर, 
(अपडेटेड 12 दिन पहले - 10:36 AM IST)
Jabalpur News Today : लीगल मर्डर का केंद्र जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल, बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग स्टाफ से कराई जा रही ड्यूटी 
Jabalpur News Today : लीगल मर्डर का केंद्र जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल, बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग स्टाफ से कराई जा रही ड्यूटी 

Jabalpur News Today: अक्सर अपने प्राइवेट हॉस्पिटलो (Private hospital) में इलाज के नाम पर ठगी के कई केस देखे होंगे जहाँ डॉक्टर मरीजों को लम्बा- चौड़ा बिल तो थमा दिया जाता हैं लेकिन हॉस्पिटल में जिस काम के लिये बिल थमाया जाता हैं वो कभी होता ही नहीं हैं।

बिना नर्सिंग रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग स्टाफ कि भर्ती  

ऐसी ही अनियमिता जबलपुर के कई प्राइवेट हॉस्पिटल में देखी जा सकती हैं जहाँ लोगों की जान के साथ आये दिन खिलवाड़ होता है। इन प्राइवेट हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ की सैलरी बचाने के लिये मौजूदा नर्सिंग स्टाफ से हर दिन डबल ट्रिपल ड्यूटी लगा कर ड्यूटी कराई जा रही हैं। इसके अलावा इन हॉस्पिटल में कुछ नर्सिंग स्टाफ ऐसा भी हैं जिनके पास ना कोई नर्सिंग का रजिस्ट्रेशन हैं ना कोई डिग्री। फिर भी हॉस्पिटल प्रबंधक बेधड़क किसी की जान की परवाह ना करते हुये ड्यूटी लगता आ रहा हैं। 

ट्रेनी नर्सिंग स्टाफ़ से ड्यूटी, लेकिन आपसे बिल पूरा 

हॉस्पिटल में कुछ ऐसे नर्सिंग स्टाफ की भी जानकारी लगी हैं। जो अभी 1st एवं 2nd  ईयर नर्सिंग कॉलेज की छात्र हैं जिन्हें अभी काम नहीं आता हैं फिर भी हॉस्पिटल प्रबंधक उनसे ड्यूटी करके आपसे वो ही बिल वसूलता रहा है जो कि उसनें अपनी जेब भरने के लिये पहले से तय कर रखा हैं। इसी जेब भरने के खेल में जहाँ वह आम मरीज की ज़िन्दगी को दाव में लगता हैं। 

लापरवाही से मरीजों की मौत का जिम्मेदार कौन?

ऐसे में सवाल आता हैं कि 1st या 2nd  ईयर की ट्रेनी नर्सिंग स्टाफ और बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग स्टाफ से कोई चूक हो जाती हैं। जिससे किसी मरीज की मौत होती हैं. तो इसकी जबाबदेही किसकी होंगी। क्या प्रशासन इसे लीगल मर्डर मान कर हॉस्पिटल प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही करेगा। या फिर प्रशासन हॉस्पिटल संचालक से घुस लेकर छोड़ देगा। 

सरकारी नुमाइंदे छिपा रहे लीगल मर्डर का सच 

ऐसे कई लीगल मर्डर जबलपुर के इन प्राइवेट हॉस्पिटल में आये दिन होते रहते हैं। लेकिन इस मर्डर को सरकारी उच्च पद पर बैठे अधिकारी और सरकार के नुमाइंदे की लीपापोती से ईलाज के दौरान मौत का दर्जा दें दिया जाता हैं। जिसकी जानकारी मरीज के परिजनों को कभी नहीं होती हैं।


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