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MP Guna News: जिला चिकित्सालय गुना में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस जिसकी थीम कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के अवसर पर जिला चिकित्सालय गुना में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।

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गुना, 
MP Guna News: जिला चिकित्सालय गुना में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन 
MP Guna News: जिला चिकित्सालय गुना में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन 

गुना, मध्यप्रदेश । विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस जिसकी थीम कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के अवसर पर जिला चिकित्सालय गुना में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में गुना विधायक पन्नालाल शाक्य, विशेष अतिथि जिला चिकित्सालय गुना सिविल सर्जन डॉ आर.एस.भाटी मनोरोग विशेषज्ञ,मन कॉलेज से एचओडी डॉक्टर भावना मुकुंद क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट उपस्थित रहे । जहां कार्यक्रम की शुरूआत विधायक पन्नालाल शाक्य के द्वारा सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलित के साथ हुई। 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित कार्यक्रम चार चरणों में संपन्न हुआ। जिसमें प्रथम चरण में मातृत्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, दूसरे चरण में मानसिक रोगी के देखभालकर्ताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम, तीसरे चरण में अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक व स्टाफ को स्ट्रेस मैनेजमेंट एवं चतुर्थ चरण में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर उचित परामर्श दिया गया । इस कार्यक्रम में विधायक पन्नालाल शाक्य ने भी मानसिक स्वास्थ्य के ऊपर अपने विचार रखे। 

डॉक्टर आर एस भाटी द्वारा डॉक्टर व स्टाफ को अपने कार्य  स्थल की वजह से होने वाले स्ट्रेस को वह किस तरह से कम कर सकते हैं, किन-किन वजह से स्ट्रेस होता है और स्ट्रेस कब मानसिक बीमारी में बदल जाता है, इस  बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। 

डॉ. भावना मुकुंद ने भी बताया कि सबसे पहले तो हमें यह पता करना होगा कि मानसिक बीमारी के लक्षण क्या है मानसिक बीमारी कैसे होती है और जब मानसिक बीमारी के लक्षण मौजूद हो तो क्या करना चाहिए, उन्होंने कहा कि यदि मानसिक बीमारी के लक्षण मौजूद हो तो इन्हे छुपाना नहीं चाहिए बल्कि इसका इलाज लें। 

इससे यह होगा कि आपकी मानसिक बीमारी कुछ समय में ही ठीक होने लगेगी।  यदि आप कई दिनों तक बीमारी के बारे में बतायेंगे नहीं और छुपा कर रखोगे तो ऐसी स्थिति में आपको लंबे समय तक इलाज लेना रहेगा।  मानसिक बीमारी छिपाने से मानसिक स्वास्थ्य और ज्यादा बिगड़ सकता है इसलिए मानसिक बीमारी के बारे में जो स्टिग्मा लोगों के अंदर है उसको दूर करना बहुत जरूरी है। 

इस कार्यक्रम में मनकक्ष में पदस्थ डॉक्टर अंकिता रघुवंशी द्वारा मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति के देखभाल कर्ता के लिए समझाइश दी गई कि वह किस तरह से मरीज का ध्यान रखें और समय-समय पर मरीज को दिखाने के लिए आएं। समय पर दवाइयां खिलाएं। सभी तरह की भ्रांतियों से दूर रहें, इसलिए आप अपने मरीज का ध्यान स्वयं रखें और समय-समय पर अपने डॉक्टर से सलाह लेते रहे। इसके साथ ही कार्यक्रम में डीआरपी डॉक्टर अंशुल शाक्य के द्वारा मानसिक बीमारी एवं उनके लक्षणों के बारे में  जिला अस्पताल में पदस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारी को स्ट्रेस मैनेजमेंट कैसे करें के बारें में जानकारी दी। 

मनकक्ष से इंचार्ज प्रज्ञा मांडवे द्वारा गर्भवती महिलाओं में गर्भावस्था एवं डिलीवरी के बाद क्या-क्या मानसिक बीमारियां हो सकती हैं, के बारे में विस्तृत जानकारी दी जहां उन्होंने मैटरनिटी स्टाफ को बताया कि किसी भी गर्भवती महिला में मानसिक रूप से अस्वस्थ लक्षण होने पर स्क्रीनिंग पर मनकक्ष 22 नंबर में भेजें कार्यक्रम में मन कॉलेज के एमफिल छात्र-छात्रा एवं प्रधानमंत्री कौशल केंद्र के छात्र-छात्रा उपस्थित रहे। मन कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक कर स्ट्रेस मैनेजमेंट के बारे में संदेश दिया गया। 

कार्यक्रम के अंत में मरीजों को शिविर लगाकर स्क्रीनिंग कर दवाइयां वितरण की गई। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग ऑफिसर अर्चना आचार्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सीएमएचओ कार्यालय से सत्येंद्र शर्मा मनकक्ष से प्रेम अश्वारे भी उपस्थित रहे। (गुना से अरविन्द गौड़ की रिपोर्ट)


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