Guna News: सरकारी अस्पताल गेट पर प्रदर्शन, निजीकरण का विरोध
सरकारी अस्पतालों को निजी हाथों में देने की नीति के खिलाफ व अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग पर सरकारी अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति द्वारा जिले के सरकारी अस्पताल के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
गुना, समय सत्ता न्यूज । सरकारी अस्पतालों को निजी हाथों में देने की नीति के खिलाफ व अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग पर सरकारी अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति द्वारा जिले के सरकारी अस्पताल के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
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प्रदर्शन को संबोधित करते हुए समिति के गुना जिला प्रभारी विकास बंसल ने अपनी बात रखते हुए कहा की जो सरकारी अस्पताल जिसे जनता की सेवा के लिए जनता के टैक्स की गाढ़ी कमाई बनाया गया था सरकार अब इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत निजी हाथों में देने की तैयारी कर चुकी है। सरकार का ये निर्णय न सिर्फ जनविरोधी है बल्कि आम गरीब जनता को मौत के मुहं में धकेलने जैसा है।
आज हम देख रहे हैं कि अस्पताल अपनी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं। पर्याप्त संख्या में डॉक्टर नर्स नहीं है।सफाई कर्मी नहीं है। बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्थाएं आज इन अस्पतालों में नहीं है। ऐसे में सरकार को जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए इन अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर नर्स की भर्ती सहित तमाम जरूरी सुविधाओं के इंतजाम प्राथमिकता के साथ करना चाहिए था लेकिन सरकार इन अस्पतालों की जानबूझकर हालत खराब कर रही है ताकि जनता को निजी अस्पतालों की ओर भेजा जा सके।
आम जनता आज प्राइवेट डॉक्टर्स और अस्पतालों में लुटने के लिए मजबूर है। आज स्वास्थ सेवाओं के नाम बहुत बड़ा व्यापार खड़ा हो गया है। पीपीपी मॉडल के तहत चलने वाले अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में प्रावधान किया गया है कि इसमें सिर्फ 25% बेड गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए आरक्षित किये जाएगे बाकी शेष बेड का निजी अस्पतालों की तर्ज पर संचालन किया जाएगा।
बात स्पष्ट है कि स्वास्थ्य सुविधा देना अब सरकार की जिम्मेदारी न होकर निजी मालिकों के कब्जे में होगी जो अकूत मुनाफा कमाने के लिए जनता को लूटने का काम करेंगे। जिस सरकार को जनता ने भरोसा करके वोट दिया आज वही सरकार धन्नासेठों के फायदे के लिए बचे खुचे सरकारी अस्पताल को आम लोगों के हाथों से छीन रही है।
अगर सरकार आम जनता का भला चाहती है तो सम्पूर्ण रूप से अपने हाथ मे लेकर इन अस्पतालों के संचालन क्यो नही कर रही। यहां हमे सरकार की नीति और नियत को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा आज आम जन को सरकारी की घोर जनविरोधी नीति के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। समिति आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए गली मोहल्लों में प्रचार प्रसार कर जनता को लामबंद करने के लिए संघर्ष करेगी। प्रदर्शन में शामिल आम लोगों द्वारा भी अपनी बात रखी गयी। संचालन राधेश्याम चंदेल ने किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। (गुना से अरविन्द गौड़ की रिपोर्ट)
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यह लेख एडमिन द्वारा पोस्ट किया गया है, इस ब्लॉग में सामग्री पूरी तरह से विश्वसनीय है। प्रोफ़ाइल